मैं जानता हूँ या मेरा खुदा
तुझसे कभी न रहूँगा जुदा
मैं जानता हूँ या मेरा खुदा
तुझसे कभी न रहूँगा जुदा
दो पल जो दूर जाऊँ
तुझे में नज़र न आऊँ
दो पल जो दूर जाऊँ
तुझे में नज़र न आऊँ
आवाज़ न देना मुझे
खुद में कहीं ढूंढ लेना मुझे
आवाज़ न देना मुझे
खुद में कहीं ढूंढ लेना मुझे
धुप में साया जो आये
तोह समझ लेना हूँ मैं
पहली बारिश छू के जाये
तोह समझ लेना हूँ मैं
राहतें देती रहेंगी
तुझको मेरी चाहतें
मेरी साँसों में सुनाई
देंगी मेरी आहटें
मत देखना पलट के
तेरे अक्स में सिमट के
मत देखना पलट के
तेरे अक्स में सिमट के
है लम्हा लम्हा रहना मुझे
खुद में कहीं ढूंढ लेना मुझे
आवाज़ न देना मुझे
खुद में कहीं ढूंढ लेना मुझे
तुझसे ज़्यादा मैं हूँ तुझ में
आजमा के देखना
आशिक़ी के आईने में
मुस्कुराके देखना
मैं ही मैं तुझ मैं दिखूंगा
तेरी सूरत मैं तुझे
बिन तेरे कैसे रहूँगा
है तेरी आदत मुझे
रह के तेरी नज़र में
तेरी इश्क़ की लहर में
रह के तेरी नज़र में
तेरी इश्क़ की लहर में
है संग तेरे रहना मुझे
खुद में कहीं ढूंढ लेना मुझे
आवाज़ न देना मुझे
खुद में कहीं ढूंढ लेना मुझे
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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