Mere Mehboob Qayamat Hogi

SANAM, Sachin Gupta

मेरे महबूब क़यामत होगी आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी मेरी नज़रें तो गिला करती हैं तेरे दिल को भी सनम तुझसे शिकायत होगी मेरे महबूब मेरे सनम के दर से अगर बाद-ए-सबा हो तेरा गुज़र कहना सितमगर कुछ है ख़बर तेरा नाम लिया जब तक भी जिया ऐ शमा तेरा परवाना जिससे अब तक तुझे नफ़रत होगी आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी मेरे महबूब क़यामत होगी आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी मेरे महबूब तेरी गली मैं आता सनम नग़मा वफ़ा का गाता सनम तुझसे सुना ना जाता सनम फिर आज इधर आया हूँ मगर ये कहने मैं दीवाना ख़त्म बस आज ये वहशत होगी आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी मेरे महबूब क़यामत होगी आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी मेरे महबूब

Written by: ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store