Tum Paras Ho
Roop Kumar Rathod
तुम पारस हो तुम चंदन हो
तुम हर सिंगार रजनी गंधा
तुम पारस हो तुम चंदन हो
तुम हर सिंगार रजनी गंधा
जीवन के इश्स कोलाहल में
तुम नित प्रतिपल के संबल हो
तुम पारस हो तुम चंदन हो
तुम हर सिंगार रजनी गंधा
तुम पारस हो तुम चंदन हो
चंदन हो, चंदन हो
आती सौम्या सुशीतल शांत भाव
गामभीरया तुम्हारा आभूसाह्ञ
आती सौम्या सुशीतल शांत भाव
गामभीरया तुम्हारा आभूसाह्ञ
चिंतन चाहत चितवन तेरी
चिंतन चाहत चितवन तेरी
कितना मोहक यह आकर्षण
तुम पारस हो तुम चंदन हो
तुम हर सिंगार रजनी गंधा
तुम पारस हो तुम चंदन हो, चंदन हो
है चानाद सी शीतलता तुम में
रवि किरणों सी तेरी आभा
है चानाद सी शीतलता तुम में
रवि किरणों सी तेरी आभा
तुम सहज सरलता की मूरत
तुम सहज सरलता की मूरत
सौंदर्या की हो तुम परिभाषा
तुम पारस हो तुम चंदन हो
तुम हर सिंगार रजनी गंधा
तुम पारस हो तुम चंदन हो, चंदन हो
सब गीत मेरे संगीत मेरे
सब स्नेह प्रशस्ती तुम्ही से से है
सब गीत मेरे संगीत मेरे
सब स्नेह प्रशस्ती तुम्ही से से है
जीवन में जो भी दिव्या भाव
जीवन में जो भी दिव्या भाव
सारा अभिषेक तुम्ही से है
तुम पारस हो तुम चंदन हो
तुम हर सिंगार रजनी गंधा
जीवन के इश्स कोलाहल में
तुम नित प्रतिपल के संबल हो
तुम पारस हो तुम चंदन हो
तुम हर सिंगार रजनी गंधा
तुम पारस हो तुम चंदन हो
चंदन हो, चंदन हो, चंदन हो, चंदन हो
Written by: JAI SHANKAR MISHRA, SANDEEP BANERJEELyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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