Rang Rangeeli

Ravi Shankar, Madhushree, Hamsika Iyer, Divya Kumar

ये सुनेहरा दिन जैसे सोना बिखरा हो चारो और दूर कहीं मंदिर की घंटी सुनके मन हो जाए विभोर कहीं गुरु वाणी है कहीं भजन है कहीं बुद्धा वाणी हर पंथ के भोर प्रेम तो लैला है प्रेम तो मजनू है प्रेम तो हीर है प्रेम तो रांझा है प्रेम तो सोहनी है प्रेम तो महिबल है बेहक बेहक बादल उड़े चमक छनक पूरावा चले बेहक बेहक बादल उड़े चमक छनक पूरावा चले सतरंगी है देश मेरा सतरंगी मोहे पिया मिले चारों धाम मैने यहीं है पाये प्रेम की बोली से कोई बुलाए रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं तेरे मेरे दिलों पे प्रेम का रंग बरस रहा जैसे रंग कृष्णा का राधा पे बरस रहा घाँट घाँट तेरा नाम लिखूँ जोगी जुग घनश्याम लिखूँ रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं जनम जनम तेरे संग ये प्रेम तीर्थ चलता रहे जैसे गंगा है पावन तेरा मेरा नाता रहे तुझे ही माँगा श्री राम से छूटे ना तू मेरी जान से रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं रंग रंगीली हो गयी मैं नई नवेली हो गयी मैं

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