Khumariyaan
राज बर्मन, समीरा कोप्पिकर
शायराना है आज मौसम पहली दफ़ा
लग रहे हैं लम्हे रेशम पहली दफ़ा
शायराना है आज मौसम पहली दफ़ा
लग रहे हैं लम्हे रेशम पहली दफ़ा
हो रही है हलकी हलकी जो चुभन
इसमें राहत अब ना पाए कैसे कोई
खुमारियां
खुमारियां तेरी
घुल रही है ज़हन में
खुमारियां खुमारियां
खुमारियां तेरी
घुल रही है ज़हन में
खुमारियां
गिने चुने पल जो बुने
वो दूरियों के दायरे में खो ना जाए
धुआँ धुआँ नज़दीकियां
इन्हे छुपा लो ये कहीं घुम हो ना जाए
तेरी ख्वाहिशो की बूंदों से सजी
मेरी धड़कनो की वादियां
खुमारियां
खुमारियां तेरी
घुल रही है ज़हन में
खुमारियां खुमारियां
खुमारियां तेरी
घुल रही है ज़हन में
खुमारियां
Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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