Ishtehaar
ध्वनी भानुशाली, राहत फतेह अली खान
इधर जाउ, उधर जाउ
कस्माकश में हू मैं किधर जाउ
मुझको बता दे मेरे मौला
ख़त्म अगर हो गया सफ़र जाउ
दिल में चुभने लगा है खार कोई
पड गयी है कहीं दरार कोई
मुझको पढ़ कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कजाज़ पे इशतहार कोई
दिल में चुभने लगा है खार कोई
पड गयी है कहीं दरार कोई
मुझको पढ़ कर वो ऐसे भूल गया
मुझको पढ़ कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कजाज़ पे इशतहार कोई
कौन समझेगा रोक रखा है
मैने पलकों पे अबशार कोई
छोड़ जाने दे, करके गुजरा है
मेरे ख्वाबों को तार तार कोई
मुझको पढ़ कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कजाज़ पे इशतहार कोई
चाहता हूँ मैं पर नही रहती
मुझको मेरी खबर नही रहती
मैं हू ऐसे की जश्न से पहले
टूट जाता है जैसे हार कोई
मुझको पढ़ कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कजाज़ पे इशतहार कोई
दिल में चुभने लगा है खार कोई
पड गयी है कहीं दरार कोई
मुझको पढ़ कर वो ऐसे भूल गया
जैसे कजाज़ पे इशतहार कोई
नि सा रे सा सा र मा रे गा रे नि मा पा
नि सा रे सा रे मा रे सा रे मा रे सा
नि सा रे सा पा नि सा मा रे सा मा रे सा
नि सा रे सा मा मा नि सा नि पा मा गा रे सा
Written by: CHARANJEET CHARAN, jeet Charan, SHAMIR TANDONLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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