Bhavna Din Raat Meri
Jayant, Rahul Bhatt, Pankajj Bagrechaa
भावना दिन रात मेरी, सब सुखी संसार हो भावना दिन रात मेरी
सब सुखी संसार हो सत्य संयम शील का
व्यवहार बरम्बार हो धर्म के विस्तार से
संसार का उद्धार हो पाप का परित्याग हो
और पुण्य का संचार हो ज्ञान की सदज्योति से
अज्ञान तम का नाश हो धर्म के “सदआचरण” से
शांति का आभास हो शांति सुख आनंद का
प्रत्येक घर में वास हो वीर वाणी पर सभी, संसार का विश्वास हो
रोग भय और शोक होवें दूर हे परमात्मा
ज्योति से परिपूर्ण होवें सब जगत की आत्मा
भावना दिन रात मेरी, सब सुखी संसार हो
सत्य संयम शील का, व्यवहार बरम्बार हो
Written by: Jayant, Pankajj Bagrechaa, Rahul BhattLyrics © AURUMUSICA LLPLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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