Shagufta

Pankaj Udhas

कलियो जैसा रंग शगुफ्ता फूलो जैसी काया हैं कलियो जैसा रंग शगुफ्ता फूलो जैसी काया हैं नींदे उडद गयी सब लोगों की नींदे उडद गयी सब लोगों की जब से वो शहर में आया हैं जब से वो शहर में आया हैं कलियो जैसा रंग शगुफ्ता उसके चेहरे की नर्मी से फूल जवानी माँगे उसकी रोशन आँखों से राते भी कहानी माँगे चलाने का अंदाज हैं वो मौजे भी रवानी माँगे सब की आँखों में वो रंगीन सपना बनकर छ्चाया हैं नींदे उडद गयी सब लोगों की जब से वो शहर में आया हैं जब से वो शहर में आया हैं कलियो जैसा रंग शगुफ्ता लोगों का तो काम है यह शोलो को हवा देते हैं छ्होटी छ्होटी बातो का अफ़साना बना देते हैं वो जिस रास्ते से भी गुज़रे उसको सदा देते हैं वो घर से कम ही निकले यह हमने उसे समझाया हैं नींदे उड गयी सब लोगों की जब से वो शहर में आया हैं जब से वो शहर में आया हैं कलियो जैसा रंग शगुफ्ता मेरे हाथो में हैं जैसे उसके हाथो की खुश्बू मेरी तन्हाई में जैसे उसकी बातो की खुश्बू मेरे शेरो में हैं जैसे उसकी सांसो की खुश्बू उसके लिए हैं घजले नज़ामे शायर जिसने बनाया हैं नींदे उड गयी सब लोगों की जब से वो शहर में आया हैं, जब से वो शहर में आया हैं कलियो जैसा रंग शगुफ्ता फूलो जैसी काया हैं नींदे उड गयी सब लोगों की नींदे उड गयी सब लोगों की जब से वो शहर में आया हैं जब से वो शहर में आया हैं कलियो जैसा रंग शगुफ्ता कलियो जैसा रंग शगुफ्ता कलियो जैसा रंग शगुफ्ता

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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