Raat Bhar Tanha Raha
पंकज उधास
रात भर तन्हा रहा हो
रात भर तन्हा रहा
दिन भर अकेला मैं ही था
हो हो हो
रात भर तन्हा रहा
दिन भर अकेला मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
रात भर तन्हा रहा
दिन भर अकेला मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
ग म प म स नि स नि स नि स नि म ध ग म
ग म प म स नि स नि स नि स नि म ध ग म
मैं ही दरिया मैं ही तूफ़ा
मैं ही था हर मौज भी
मैं ही दरिया मैं ही तूफ़ा
मैं ही था हर मौज भी
मैं ही दरिया मैं ही तूफ़ा
मैं ही था हर मौज भी
में ही खुद को पी गया
में ही खुद को पी गया
सदियों से प्यासे मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
मेरी आहट सुन ने वाला
दिल न था दुनिया के पास
मेरी आहट सुने वाला
दिल न था दुनिया के पास
मेरी आहट सुन ने वाला
दिल न था दुनिया के पास
सब की आहट सब की धड़कन
सब की आहट सब की धड़कन
सुन ने वाला मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
किस लिए कटरा के जाता
ए मुसाफिर दम तो ले
किस लिए कटरा के जाता
ए मुसाफिर दम तो ले
किस लिए कटरा के जाता
ए मुसाफिर दम तो ले
आज सूखा पेड़ हूँ
आज सूखा पेड़ हूँ
कल तेरा साया मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
रात भर तन्हा रहा
दिन भर अकेला मैं ही
शहर की आबादियों में
अपने जैसा मैं ही था
शहर की आबादियों में था
अपने जैसा मैं ही था
Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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