Ghar Lautke Royenge

Pankaj Udhas

घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में मिट्टी के खिलौने भी सस्ते नाते मेले में मेले में घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में काँटों पे चले लेकिन होने ना दिया ज़ाहिर काँटों पे चले लेकिन होने ना दिया ज़ाहिर काँटों पे चले लेकिन होने ना दिया ज़ाहिर तलवो का लाहूं च्छूप च्छूप के अकेले में च्छूप च्छूप के अकेले में घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में मिट्टी के खिलौने भी सस्ते नाते मेले में घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में हम घर से जब निकले थे आईना सलामत था हम घर से जब निकले थे आईना सलामत था हम घर से जब निकले थे आईना सलामत था दिल जाने कहाँ टूटा राहों के झमेले में राहों के झमेले में घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में मिट्टी के खिलौने भी सस्ते नाते मेले में मेले में घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में कैसर ज़माना हैं कांतो की तिज़रत का कैसर ज़माना हैं कांतो की तिज़रत का कैसर ज़माना हैं कांतो की तिज़रत का फूलो की दुकान लेके क्या बैठे वो मेले में क्या बैठे वो मेले में घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में मिट्टी के खिलौने भी सस्ते नाते मेले में घर लौट के रोएंगे मा बाप अकेले में मा बाप अकेले में

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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