बनके आईना हर ज़ख़्म को दिखाओ उसे
बनके आईना हर ज़ख़्म को दिखाओ उसे
उसी पे शेर कहूँ और फिर सुनौउ उसे
बनके आईना हर ज़ख़्म को दिखाओ उसे
बनके आईना
वो रागनी है वो नगमा है वो तरन्नुम है
वो रागनी है वो नगमा है वो तरन्नुम है
लबों पे फूल खिले जब ने घूँगुनून उसे
लबों पे फूल खिले जब ने घूँगुनून उसे
उसी पे शेर कहूँ और फिर सुनौउ उसे
बनके आईना
चमक रहा है गाज़ल दर गाज़ल वोही चेहरा
चमक रहा है गाज़ल दर गाज़ल वोही चेहरा
वो रोशनी है तो फिर किस तरह च्छूपौन उसे
वो रोशनी है तो फिर किस तरह च्छूपौन उसे
उसी पे शेर कहूँ और फिर सुनौउ उसे
बनके आईना
उसी की यादो का है नाम ज़िंदगी राशिद
उसी की यादो का है नाम ज़िंदगी राशिद
जो मुझसे कह नही पाया की भूल जाओ उसे
जो मुझसे कह नही पाया की भूल जाओ उसे
उसी पे शेर कहूँ और फिर सुनौउ उसे
बनके आईना हर ज़ख़्म को दिखाओ उसे
बनके आईना
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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