Mera Prem Himalay Se Ooncha

Mukesh

मेरा प्रेम हिमालय से ऊंचा सागर से गहरा प्यार मेरा मेरा प्रेम हिमालय से ऊंचा सागर से गहरा प्यार मेरा अपना कह दे इक बार मुझे होगा मुझपे उपकार तेरा मेरा प्रेम हिमालय से ऊंचा सागर से गहरा प्यार मेरा जब मस्त पवन के गीतों पे बजती है बहारों की पायल जब मस्त पवन के गीतों पे बजती है बहारों की पायल चंचल नदिया की बांहों में जब घिर आए प्यासा बादल तब याद मुझे तेरी आती कुछ है तुझपे अधिकार मेरा मेरा प्रेम हिमालय से ऊंचा सागर से गहरा प्यार मेरा नैनों में हैं अमृत के प्याले तन निल गगन सा निर्मल है नैनों में हैं अमृत के प्याले तन निल गगन सा निर्मल है वाणी में है वीणा की सरगम मन फूल से भी तेरा कोमल है तुझे देख के ऐसा लगता है कितना सुन्दर संसार मेरा मेरा प्रेम हिमालय से ऊंचा सागर से गहरा प्यार मेरा अपना कह दे इक बार मुझे होगा मुझपे उपकार तेरा मेरा प्रेम हिमालय से ऊंचा सागर से गहरा प्यार मेरा

Written by: Madan, N DuttaLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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