Dard Ka Pata
सैम, मोहम्मद इरफान
अ अ हा हा अ हा हा हा हा अ अ हा हा हा
दर्द का पता ही ना रहा
गुम हुआ मैं तुझमें इस तरह
दर्द का पता ही ना रहा
गुम हुआ मैं तुझमें इस तरह
आंखें अपनी जब मैं बंद करूँ
ओ ओ आंखें अपनी जब मैं बंद करूँ
बस तुझे ही देखता रहा
दर्द का पता ही ना रहा
गुम हुआ मैं तुझमें इस तरह
दर्द का पता ही ना रहा
गुम हुआ मैं तुझमें इस तरह
अ अ हा हा अ हा हा हा हा अ अ हा हा हा
ओ ओ हसरतों का क्या ओ ओ
जो नहीं मिला ओ ओ
हसरतों का क्या जो नहीं मिला
हर्फ़ की तरह मैं जिसे पढ़ा
मैं जिसे पढ़ा
वक़्त जाने कब गुज़र गया
दरबदर मैं ढूंढ़ता रहा
ओ हो हो ओ हो हो
अ अ ह ह अबतलक मेरा
अ अ ह ह क्यूँ ना वो हुआ अ अ ह ह
अबतलक मेरा क्यूँ ना वो हुआ
जिसको पाने की माँगी है दुआ
माँगी है दुआ
रब मेरा तू क्यूँ खफा हुआ
ऐसी मुझसे क्या हुई ख़ता
आंखें अपनी जब मैं बंद करूँ
आंखें अपनी जब मैं बंद करूँ
बस तुझे ही देखता रहा
Written by: SAHIL RAYYAN, SALIM ASHFEELyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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