एक दिन और गया
आये रुके न रुका
छाया अँधियारा
आज भी नाव न आयी
आया ना खेवन हारा
एक दिन और गया
आये रुके न रुका
छाया अँधियारा
आज भी नाव न आयी
आया ना खेवन हारा
एक दिन और गया
काली नागिन सी गिरी
रेहना कजरारी
सहमी सहमी सी है
नगरी हमारी
काली नागिन सी गिरी
रेहना कजरारी
सहमी सहमी सी है
नगरी हमारी
देके आवाज़ थका
हो देके आवाज़ थका
मन दुखियारा
आज भी नाव न आयी
आया ना खेवन हारा
एक दिन और गया
आये रुके न रुका
छाया अँधियारा
आज भी नाव न आयी
आया ना खेवन हारा
एक दिन और गया
फिर वही रात कठिन
छुप गए तारे
फिर वही रात कठिन
छुप गए तारे
अभी से बुझने लगे
दीप हमारे
दूर बड़ी दूर सवेरा
दूर बड़ी दूर उजाला
दूर बड़ी दूर सवेरा
दूर बड़ी दूर उजाला
दूर है आशाओ का
दूर किनारा
आज भी नाव न आयी
आया ना खेवन हारा
एक दिन और गया
आये रुके न रुका
छाया अँधियारा
आज भी नाव न आयी
आया ना खेवन हारा
एक दिन और गया
आये रुके न रुका
एक दिन और गया
एक दिन और गया
Written by: KISHORE KUMAR, SHAILENDRALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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