Ye Geet Milan Ke
Mukesh, Lata Mangeshkar
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ ओ
हम तुम
हम तुम
युग युग से ये गीत मिलन के (युग युग से ये गीत मिलन के)
गाते रहे हैं गाते रहेंगे (गाते रहे हैं गाते रहेंगे)
हम तुम जग में जीवन साथी बनके
आते रहे हैं आते रहेंगे
हम तुम (हम तुम)
जब जब हमने जीवन पाया
जब जब ये रूप सजा सजना
हर बार तुम्हीं ने माँग भरी
तुमने ही पहनाये कँगना
हम फूल बने या राख हुए
पर साथ नहीं छूटा अपना
हर बार तुम्हीं तुम आन बसे
इन आँखों में बनके सपना
आ (आ)
हम तुम (हम तुम)
युग युग से ये गीत मिलन के (युग युग से ये गीत मिलन के)
गाते रहे हैं गाते रहेंगे (गाते रहे हैं गाते रहेंगे)
हम तुम
आ आ आ आ
आ आ आ आ
हम आज कहें तुमको अपना
हम तुम किस रोज़ पराये थे
बाहों के हार तुम्हें हमने
बरसों पहले पहनाए थे
दुनिया समजे हम बिछड़ गये
ऐसे भी ज़माने आये थे
लेकिन वो जुदा होनेवाले
हम नहीं हमारे साये थे
आ (आ)
हम तुम (हम तुम)
युग युग से ये गीत मिलन के
गाते रहे हैं (गाते रहे हैं)
गाते रहेंगे (हो)
हम तुम
Written by: ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMALyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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