Nai Zindagi Se Pyar Karke
Lata Mangeshkar
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
इसके रूप का सिंगार कर के देख
इस पे जो भी है निसार कर के देख
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
इसके रूप का सिंगार कर के देख
इस पे जो भी है निसार कर के देख
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
नींद से धरती को जो जगाएगा जमी को जो जगाएगा
जमी को जो जगाएगा
बीज असुओ के जो बिछाएगा जमींन पे लुटाएगा
जमींन पे लुटाएगा
फूल उसके आँगन मे मुस्कुराएगा, मुस्कुराएगा
फूल उसके आँगन मे मुस्कुराएगा, मुस्कुराएगा
और चार दिन गुजार कर के देख
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
इस पे जो भी है निसार कर के देख
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
गा रही है धरती गीत प्यार के सुहाने गीत प्यार के
सुहाने गीत प्यार के
दिन गुजर चुके है इंतेजार के हो तेरे इंतेजार के
हो तेरे इंतेजार के
झुकने रह सके है अपने मन को मार के मन को मार के
झुकने रह सके है अपने मन को मार के मन को मार के
आएंगे पिया पुकार कर के देख
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
आएंगे पिया पुकार कर के देख
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
इसके रूप का सिंगार कर के देख
इस पे जो भी है निसार कर के देख
नई ज़िन्दगी से प्यार कर के देख
Written by: SHAILENDRA, Shankar-JaikishanLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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