Gairon Pe Karam

Lata Mangeshkar

गैरो पे करम अपनो पे सितम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर गैरो पे करम अपनो पे सितम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर गैरो पे करम अपनो पे सितम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर रहने दे अभी थोड़ा सा भरम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर गैरो पे करम अपनो पे सितम हम चाहने वाले है तेरे यूँ हमको जलाना ठीक नही महफिल मे तमाशा बन जाए इस दर्जा सताना ठीक नही इस दर्जा सताना ठीक नही मर जाएँगे हम, मिट जाएँगे हम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर गैरो पे करम अपनो पे सितम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर ये ज़ुल्म ना कर गैरो के थीरकते शाने पर ये हाथ गंवारा कैसे करे गैरो के थीरकते शाने पर ये हाथ गंवारा कैसे करे हर बात गवारा है लेकिन ये बात गवारा कैसे करे ये बात गवारा कैसे करे तुझको तेरी बेदर्दी की कसम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर गैरो पे करम अपनो पे सितम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर ये ज़ुल्म ना कर हम भी थे तेरे मंज़ूर-ए-नज़र दिल चाहे तू अब इक़रार ना कर सौ तीर चला सिने पे मगर बेगानो से मिलकर वार ना कर बेगानो से मिलकर वार ना कर बेमौत कही मर जाए ना हम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर गैरो पे करम अपनो पे सितम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर रहने दे अभी थोड़ा सा भरम ए जान-ए-वफ़ा ये ज़ुल्म ना कर ये ज़ुल्म ना कर

Written by: RAVI, SAHIR, SAHIR LUDHIANVI, SHANKAR SHARMA RAVILyrics © Universal Music Publishing Group, Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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