Nazar Mein Tu Jigar Mein Tu
Sapna Mukherjee, Kumar Sanu
नज़र में तू जिगर में तू
जहाँ देखूँ वहाँ है तू
नज़र में तू जिगर में तू
जहाँ देखूँ वहाँ है तू
तुझे अपना बनाया है
तूने दिल मेरा चुराया है
तूने दिल मेरा चुराया है
नज़र में तू जिगर में तू
जहाँ देखूँ वहाँ है तू
नज़र में तू जिगर में तू
जहाँ देखूँ वहाँ है तू
तू ही दिल में समाया है
तूने दिल मेरा चुराया है
तूने दिल मेरा चुराया है
मेरी साँसों में तू मेरे होंठों पे तू
मेरी धड़कन तू है जान-ए-जानां
मेरी नींदों में तू मेरे ख्वाबो मैं तू
मैं हू तेरी अदाओं का दीवाना
शरम की ये जलती शम्मा बुझा दूँ
शमा कह रही है ये दूरी मिटा दूँ
वफ़ा में तू अदा में तू
जुबाँ पे तू सदा में तू
वफ़ा में तू अदा में तू
जुबाँ पे तू सदा में तू
तुझे अपना बनाया है
तूने दिल मेरा चुराया है
तूने दिल मेरा चुराया है
तेरी पलकों तले मेरा वक़्त ढले
लग जा तू गले तड़पा ना
मदहोश समां दो दिल हैं जवाँ
अब होश कहाँ मेरी जानां
ये कैसा असर है ये क्या बेखुदी है
चिंगारी कोई बदन में दबी है
यादों में तू वादों में तू
रातों में तू बातों में तू
यादों में तू वादों में तू
रातों में तू बातों में तू
तू ही दिल में समाया है
तूने दिल मेरा चुराया है
तूने दिल मेरा चुराया है
नज़र में तू जिगर में तू
जहाँ देखूँ वहाँ है तू
नज़र में तू जिगर में तू
जहाँ देखूँ वहाँ है तू
तुझे अपना बनाया है
तूने दिल मेरा चुराया है
तूने दिल मेरा चुराया है
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now