Dil Ka Kya Kasoor

Kumar Sanu

आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर निगाहें ना मिलती ना ये प्यार होता ना मैं तुझसे मिलती (मिलता) ना इज़हार होता निगाहें ना मिलती ना ये प्यार होता ना मैं तुझसे मिलती(मिलता) ना इज़हार होता मेरे आशिक़ मेरे दिलबर मेरे(मेरी) जानेजां अब तेरे बिन इक पल ना जीना यहाँ तुझसे मिल के जाने कैसा छाया है सुरूर तुझसे मिल के जाने कैसा छाया है सुरूर इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर न पूछो कि कैसी है ये बेकरारी मोहब्बत की प्यासी है ये दुनिया सारी न पूछो कि कैसी है ये बेकरारी मोहब्बत की प्यासी है ये दुनिया सारी ना जाने दिल किसका कब खो जाये बिन सोचे बिन समझे प्यार हो जाये हाँ यही चाहत का अक्सर होता है दस्तूर हाँ यही चाहत का अक्सर होता है दस्तूर इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर आशिक़ी में हर आशिक़ हो जाता है मजबूर इसमें दिल का मेरे दिल का इसमें दिल का क्या कुसूर

Written by: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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