Kali Kali Zulfon

Kritiman Mishra

आप इस तरह तो होश उड़ाया ना कीजिए यूँ बन-सँवर के सामने आया ना कीजिए काली-काली ज़ुल्फ़ों के फंदे ना डालो हमें ज़िंदा रहने दो, ऐ हुस्न वालों ना छेड़ो हमें, हम सताए हुए हैं मम , ना छेड़ो हमें, हम सताए हुए हैं बहुत ज़ख्म सीने पे खाए हुए हैं सितमगर हो तुम, खूब पहचानते हैं तुम्हारी अदाओं को हम जानते हैं दग़ाबाज़ हो तुम, सितम ढाने वाले फ़रेब-ए-मोहब्बत में उलझाने वाले ये रंगीं कहानी तुम ही को मुबारक तुम्हारी जवानी तुम ही को मुबारक हमारी तरफ़ से निगाहें हटा लो हमें ज़िंदा रहने दो, ऐ हुस्न वालों काली-काली ज़ुल्फ़ों के फंदे ना डालो काली-काली ज़ुल्फ़ों के फंदे ना डालो हमें ज़िंदा रहने दो, ऐ हुस्न वालों काली-काली ज़ुल्फ़ों के

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