Main Jis Mehfil Men
Mahendra Kapoor, Suresh Wadkar, Kishore Kumar
हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
आता हु आता हु आता हु जो
चाहता हु ले जाता हु
जो चाहता हूँ ले जाता हु
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
जो चाहता हूँ ले जाता हु
मैं वो बला हूँ
मैं वो बला हु जिस से खुदायी डर गयी
मैं वो बला हु जिस से खुदायी डर गयी
मौत से टक्कर हुई तो मौत तौबा कर गयी
तौबा तौबा तौबा मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
जो चाहता हूँ ले जाता हु मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
जो चाहता हूँ ले जाता हु
दुनिया का इस मुट्ठी में आगाज़ है अंजाम है
दुनिया का इस मुट्ठी में आगाज़ है अंजाम है
और खुदा के बाद हर एक लेता मेरा नाम है
नाम है नाम है, मैं जिस महफ़िल में आता हूँ
जो चाहता हूँ ले जाता हु
मैं क्या हूँ
मैं क्या हूँ और कौन हु तुम जानते नहीं
मैं क्या हूँ और कौन हु तुम जानते नहीं
दोनों का मरकुल मौत हु तुम पहचानते नहीं
मैं मौत से भी लड़ जाता हु
मै मौत से लड़ जाता हु
मै मौत से लड़ जाता हु
हु हु हु हु (हु हु हु हु)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ (मैं जिस महफ़िल में आता हूँ)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
मै वो अजीम हस्ती हु जिसे वक़्त न मिटा सके
अरे मैं वो अज़ीम हस्ती हु जिसे वक़्त न मिटा सके
न आँधी ही उड़ा सके न शोला ही जला सके
बन्दुक से जो बात करे मैं उस नसल का खून हु
जो दुश्मनों को कुचल दे मैं ऐसा एक जनून हु
जालिमो और बागियो कातिल लुटेरो के लिए
जालिमो और बागियो कातिल लुटेरो के लिए
मैं खुद ही तो इंसाफ हो मैं खुद ही एक कानून हु
कानून से मैं टकराता हूँ
कानून से मैं टकराता हूँ
कानून से मैं टकराता हूँ
हु हु हु हु (हु हु हु हु)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ (मैं जिस महफ़िल में आता हूँ)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
जुल्म हु और अन्धेर हूँ मैं हा
और जंगल का शेर हूँ मैं हा
सेर पे सवा सेर हूँ मैं हा हा
मुझमें इतना जोश नहीं (अरे)
तुझको इतना होश नहीं
मैं भी तो खामोश नहीं
इतना और फसाद हूँ मैं
तेरे लिए जल्लाद हूँ मैं
दोनों का उस्ताद हूँ मैं
इतना और फसाद हूँ मैं
तेरे लिए जल्लाद हूँ मैं
दोनों का उस्ताद हूँ मैं
हा हा हा हा (हा हा हा हा)
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ (मैं जिस महफ़िल में आता हूँ)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ (मैं जिस महफ़िल में आता हूँ)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
मैं जिस महफ़िल में आता हूँ (मैं जिस महफ़िल में आता हूँ)
जो चाहता हूँ ले जाता हु (जो चाहता हूँ ले जाता हु)
Written by: LAXMIKANT PYARELAL, VARMA MALIKLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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