Idhar Shikari Udhar Shikari Mamla Gadbad Hai
Kavita Krishnamurthy
इधर शिकारी उधर शिकारी
इधर शिकारी उधर शिकारी
ढूँढे कोई शिकार मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
चोर सिपाही मिलके बने है
चोर सिपाही मिलके बने है
दो धरी तलवार मामला गड़बड़ है
मामला गड़बड़ है, समझे
मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
ये तो स्वर्ग की टिकेट है प्यारे
छिन ले मेरे हाथो से
ओ ये तो स्वर्ग की टिकेट है प्यारे
छीन ले मेरे हाथो से
आज की घड़िया तल ना जाए
इधर उधर की बातो से
दर्द भी हो और दवा भी हो तो दिरकश ना लगे यार मामला गड़बड़ है
मामला गड़बड़ है गड़बड़ है, गड़बड़ है
मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
हर कोने मे कोई शिकारी अपना जाल बिच्छाए है
ओ हर कोने मे कोई शिकारी अपना जाल बिच्छाए है
जिसको देखो आज मुझी पर अपनी नज़र जमाए है
फूँक फूँक के कदम उठना एक के पिच्चे चार
मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
इधर शिकारी उधर शिकारी
इधर शिकारी उधर शिकारी
ढूँढे कोई शिकार मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है, समझे
मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
चोर सिपाही मिलके बने है
चोर सिपाही मिलके बने है
दो धरी तलवार
मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
मामला गड़बड़ है, मामला गड़बड़ है
Written by: KULWANT JANI, M L SONIK, OM PRAKASH SONIKLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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