Dheeme Dheeme
कविता कृष्णमूर्ति
धीमे धीमे गाऊँ
धीरे धीरे गाऊँ
होले होले गाऊँ
तेरे लिये पिया
धीमे धीमे गाऊँ
धीमे धीमे गाऊँ
धीरे धीरे गाऊँ
होले होले गाऊँ
तेरे लिये पिया
गुन गुन मैं गाती जाऊँ
छुन छुन पायल छनकाऊँ
सुन सुन कब से दोहराऊँ
पिया पिया पिया
गुलशन महके महके ये मन बहके बहके
और तन दहके दहके क्यों है बता पिया
मन की जो हालत है ये तन की जो रंगत है ये
तेरी मोहब्बत है ये पिया पिया पिया
गुन गुन मैं गाती जाऊँ
छुन छुन पायल छनकाऊँ
सुन सुन कब से दोहराऊँ
पिया पिया पिया
पिया पिया पिया ओ
ज़िन्दगी में तू आया तो धूप में मिला साया तो
जागे नसीब मेरे ओ
अनहोनी को था होना धूल बन गई है सोना
आ के करीब तेरे
प्यार से मुझको तूने छुआ है
रूप सुनहरा तब से हुआ है
कहूँ और क्या तुझे मैं पिया ओ
तेरी निगाहों में हूँ तेरी ही बाहों में हूँ
ख्वाबों की राहों में हूँ पिया पिया पिया
गुन गुन मैं गाती जाऊँ
छुन छुन पायल छनकाऊँ
सुन सुन कब से दोहराऊँ
पिया पिया पिया
पिया पिया ओ
मैंने जो खुशी पाई है झूम के जो रुत आई है
बदले ना रुत वो कभी ओ
दिल को देवता जो लगे सर झुका है जिसके आगे
टूटे ना बुत वो कभी
कितनी है मीठी कितनी सुहानी
तूने सुनाई है जो कहानी
मैं जो खो गई नई हो गई ओ
आँखों में तारे चमके रातों में जुगनू दमके
मिट गये निशान गम के पिया पिया पिया
गुन गुन मैं गाती
छुन छुन पायल छनकाऊँ
सुन सुन कब से दोहराऊँ
पिया पिया पिया
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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