Han Dekh Lo Ishq Ka Martava
अज़ीज़ नाज़ाँ क़व्वाल, के. जे. येसुदास
हा देख लो इश्क़
का मर्तबा देख लो
हा देख लो इश्क़
का मर्तबा देख लो
जो मोहब्बत मे जो मोहब्बत मे
सब कुच्छ लूटा बैठा
सारी दुनिया को हा सारी दुनिया को
दिल से भुला बैठा
उसकी सूरत मे
यारो खुदा देख लो
देख लो इश्क का
मर्तबा देख लो
हा देख लो इश्क
का मर्तबा देख लो
इश्क सारी खुदाई की बुनियाद है
इश्क ही से ये दुनिया को आबाद है
ग़लतिया दो दिलो की बसता है ये
ओर इस्पे मज़ा खुद ये बर्बाद है
हा हा बरबाद है खुद ये बर्बाद है
इश्क की ये अनोखी अदा देख लो
देख लो इश्क का मर्तबा देख लो
हा देख लो इश्क़ का मर्तबा देख लो
प्यार की रह मे दीवार खड़ी होती है
इश्क के पॉ मे जंजीर पड़ी होती है
फिर ना दीवारे ना जंजीरे नज़र आती है
आँख महबूब से जिस वक्त लदी होती है
बिन पिए जो चड़े
हा बिन पिए जो चड़े वो नशा देख लो
देख लो इश्क का मर्तबा देख लो
हा देख लो इश्क का मर्तबा देख लो
हीर रांझे का मेल हो जाता
इश्क फिर एक खेल हो जाता
सोनी को माहवाल मिल जाता
आ वो फिर प्यार की कसम ख़ाता
ऐसे भी लैला से जुड़ा होके
आज तक जिंदा है फनाः होके
सीरे फराद एक हो जाते
इश्क की आग वो डुबो जाते
नाम जिस चीज़ का मोहब्बत है
बेकरारी ही उसकी डोलात है
आशिकी गुम का नाम है प्यारे
एक तड़प का नाम है ये प्यारे
हुसान है शमा इश्क परवाना
ये भी दीवानी वो भी दीवाना
आग मे जल गये जो दीवाने
लोग कहते है उनके अफ़साने
ज़मीन पे बिछड़े
जो दिल असमा पे जाके मिले
यहा के ज़ल्मे वाहा पे
सितारे बन के खिले
ईत्गा देखली ईत्गा देखली
इंतहा देखलो
देख लो इश्क का मर्तबा देख लो
हा देख लो इश्क का मर्तबा देख लो
Written by: RAJESH ROSHAN, RAJINDER KRISHANLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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