Khoobh Nibhegi Hum Dono Mein

Jagjit Singh

ख़ूब निभेगी हम दोनों में ख़ूब निभेगी हम दोनों में मेरे जैसा तू भी है ख़ूब निभेगी हम दोनों में मेरे जैसा तू भी है थोड़ा झूठा मैं भी ठहरा थोड़ा झूठा मैं भी ठहरा, थोड़ा झूठा तू भी है ख़ूब निभेगी हम दोनों में मेरे जैसा तू भी है जंग अना की हार ही जाना बेहतर है अब लड़ने से जंग अना की हार ही जाना बेहतर है अब लड़ने से मैं भी हूँ टूटा-टूटा सा मैं भी हूँ टूटा-टूटा सा, बिखरा-बिखरा तू भी है मैं भी हूँ टूटा-टूटा सा, बिखरा-बिखरा तू भी है इक मुद्दत से फ़ासला क़ायम सिर्फ़ हमारे बीच ही क्यों? इक मुद्दत से फ़ासला क़ायम सिर्फ़ हमारे बीच ही क्यों? सबसे मिलता रहता हूँ मैं सबसे मिलता रहता हूँ मैं, सबसे मिलता तू भी है सबसे मिलता रहता हूँ मैं, सबसे मिलता तू भी है अपने-अपने दिल के अंदर सिमटे हुए हैं हम दोनों अपने-अपने दिल के अंदर सिमटे हुए हैं हम दोनों गुमसुम-गुमसुम मैं भी बहुत हूँ गुमसुम-गुमसुम मैं भी बहुत हूँ, खोया-खोया तू भी है थोड़ा झूठा मैं भी ठहरा थोड़ा झूठा मैं भी ठहरा, थोड़ा झूठा तू भी है ख़ूब निभेगी हम दोनों में मेरे जैसा तू भी है

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store