Jab Bhi Aati Hai Teri Yad Kabhi Lovingly Yours

Jagjit Singh

जब भी आती है तेरी याद कभी शाम के बाद और बढ़ जाति है अफसूरदा- दिली शाम के बाद जब भी आती है तेरी याद कभी शाम के बाद अब इरादों पे भरोसा है ना तौबा पे यकीन मुझको ले जा रे कहां तशनलबी शाम के बाद यूं तो हर लम्हा तेरी याद का बोझ गुजरा दिल को मेहसूस हुई तेरी कामी शाम के बाद यूं तो कुछ शाम से पहले भी उदासी थे अदीब अब तो कुछ और बढ़ी दिल की लगी शाम के बाद और बढ़ जाति है अफसूरदा- दिली शाम के बाद जब भी आती है तेरी याद कभी शाम के बाद

Written by: JAGJIT SINGH, KRISHAN ADEEBLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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