Bohot Sahi

SubSpace, जे त्रिक्ष, Krsna

Yeah रातो को जाग कर मेहनत जो करता, वो ज़िंदगी मेरी मज़ाक नही रुकते ना आँधी के आने से, सरफिरे लड़के जो आदत से बाज़ नही दिक्कते काफ़ी है धेके ह धूप तो झेले हे बरसात कही बातो से माने ना लोग तो छोड़े ह घुसे ओर मारे हे लात कही ये वो खानदानी style बाप जेसा बेटा मैं रुकता नि भाई गाता जहा पर मैं ठूकता नही भाई हक़ का हू ख़ाता मैं लूट ता नही भाई साथ दिया जिसने भी भूलता नि भाई औरो के बिच ज़्यादा खुलता नि भाई कच्चा नि मैं अपने उसूल का नि भाई हूँ मैं गिरता daily क्यू की रोज़ करू try yeah yeah अजीब सी ये तलब है, बरकत ना मिलती तो होती ये तड़प है बहोत सारे कहते थे रास्ता ये ग़लत है सुन्नी बस खुद की अब छू लेना फलक है जीता तो swag ओर हरा तो नरक है तेरी जला के ये लगते बरफ है रास्ते मे आते थे लोग भी तो काफ़ी पर माफ़ किया तुझ को तो मा की ये झलक है रोज़ करू काम,रोज़ बड़े दाम रोज़ बड़ा नाम rap सुबह शाम, सोच ना ये आम कोई ना लगाम, कैची ज़ूबा सबको सलाम जो भी है साथ, ओर ये भाई लोग भी सारे है काम में माहिर बनाते महफ़िल जहा होते शामिल लिखावट एसी ना है सबको हाज़ील भरे पन्ने एसए होये सब मुटासीर अब करते है जो मर्ज़ी कमा ते हे पैसे तो लगती हे ज़िंदगी बहोत सही, बहोत सही लगती हे ज़िंदगी बहोत सही, बहोत सही रूकने का हम मैं कोई शौक नही, शौक नही लगती हे ज़िंदगी बहोत सही, बहोत सही लगती हे ज़िंदगी बहोत सही, बहोत सही लिया मेने कोई loss नही अब लिखू जब verse भी, हिलती है धरती Rapper जो फ़र्ज़ी है ख़ौफ़ मे ही मेरे शहेर मे लौंदे है सौफ़ नही Swinging that iron ये golf नही Krishna जब आया तो beef का सफ़ाया गौ रक्षको के पास job नही Kill किया तब, मैंने kill किया आज जुब दिल किया, भैया मैंने kill किया साँप मेरे will की है बात, हासिल किया ताज You don't really wanna smoke खोल दो खिड़कियाँ आज शैतान देखो पीठ पे सवार असली मे hard तू street मे सवाल Weak है ना bars ये जीते ना चाल Gandhi के विचार पर beat पे Jawahar बाकी जब जान, तो वा क़ई मे शान असली हो काम तो सुनती अवाम तरक्की पे ध्यान है तो सबको सलाम पर वार के तुफाआँ मे ये कलाम भी Abdul Kalam I call it calamity हा इनका fan base बनावटी हा इनका तो style है comedy हहा quantity है पर quality कहाँ मे तो यहाँ already था उमर जब सोला त ह ई, Do Re Mi Fa Kolkata शहेर मे J Trix है दोस्त बाकी तो मेरा वहाँ कोए-ना-मित्रा Raising the bar blazing a path hustle थी real मेरी मे तो कभी lazy ना था मे तो bars का गुलाम पर कैदी ना था खुले आम ले लू जान, दे दो मेरी सज़ा अब करते है जो मर्ज़ी कमा ते हे पैसे तो लगती हे ज़िंदगी बहोत सही, बहोत सही लगती हे ज़िंदगी बहोत सही, बहोत सही रूकने का हम मैं कोई शौक नही, शौक नही लगती हे ज़िंदगी बहोत सही, बहोत सही लगती हे ज़िंदगी बहोत सही

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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