Unhen Paa Liya Hai

Hemant Kumar

विदाई की घड़ियों के सपने सजा कर उन्हें पा लिया है उन्हें पा लिया है जुदाई के नग़मों की दीपक जला कर उन्हें पा लिया है उन्हें पा लिया है विदाई की घड़ियों के सपने सजा कर उन्हें पा लिया है उन्हें पा लिया है अश्कों के टूटे सितारों से आगे नज़ारों से आगे अश्कों के टूटे सितारों से आगे नज़ारों से आगे मुहब्बत की छोटी सी दुनिया बसा कर उन्हें पा लिया है, उन्हें पा लिया है विदाई की घड़ियों के सपने सजा कर उन्हें पा लिया है, उन्हें पा लिया है फ़रेबी बहारों से आँखें चुराकर खुशीयाँ भुला कर फ़रेबी बहारों से आँखें चुराकर खुशीयाँ भुला कर आहों के शोलों से दामन जला कर उन्हें पा लिया है, उन्हें पा लिया है विदाई की घड़ियों के सपने सजा कर उन्हें पा लिया है, उन्हें पा लिया है

Written by: HEMANT KUMAR, RAJASTHANI MADHUKARLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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