Kitna Dukh Bhulaya Tumne

Hemant Kumar

कितना दुःख भूलाया तुमने प्यारे कितना दुःख भूलाया तुमने प्यारे मेरे ज़ख्मी दिल पे रखकर अपना कोमल हाथ मेरे ज़ख्मी दिल पे रखकर अपना कोमल हाथ प्रीतम क्यों घबराये हो प्रीतम क्यों घबराये हो बस टूट के इतनी बात सब दर्द मिटाया तुमने प्यारे सब दर्द मिटाया तुमने प्यारे अपनी बलखाई ज़ुल्फ़ें सीने से मेरे बिछाके अपनी बलखाई ज़ुल्फ़ें सीने से मेरे बिछाके अपनी गुलाबी होंठों को अपनी गुलाबी होंठों को मेरे होंठों से मिलाके अमृत रस पिलाया तुमने प्यारे अमृत रस पिलाया तुमने प्यारे हम तुम चुप बैठे हैं हम तुम चुप बैठे हैं दिल कहता है किस्से दिल के चुरा लिया है होश हमारा चुरा लिया है होश हमारा चार आँखों ने मिलके किस्मत को जगाया तुमने प्यारे किस्मत को जगाया तुमने प्यारे कितना दुःख भूलाया तुमने प्यारे

Written by: Faiyaz Hashmi, Kamal DasguptaLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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