Dekh Ke Teri Aankhein
Nikita Rai, Harshit Saxena
देख के तेरी आखें
मैं भूला जग सारा
इनके पीछे पीछे भागे
मेरे मन का बंजारा
देख के तेरी आखें
मैं भूला जग सारा
इनके पीछे पीछे भागे
मेरे मन का बंजारा
इनके उठने झुकने से ही
सुबह होती शाम होती
आशिक़ो के आशिक़ी की
हर कहानी आम होती
इनके उठने झुकने से ही
सुबह होती शाम होती
आशिक़ो के आशिक़ी की
हर कहानी आम होती
इनकी ही चाहत में ही तो
बन गया हूँ आवारा
इनके पीछे पीछे भागे
मेरे मन का बंजारा
देख के तेरी आँखें
मैं भूला जग सारा
इनके पीछे पीछे भागे
मेरे मन का बंजारा
रोम रोम से तेरी रहना
सिर्फ़ तुझसे प्यार करना
चाहती है मेरी आँखें
बस तेरा दीदार करना
रोम रोम से तेरी रहना
सिर्फ़ तुझसे प्यार करना
चाहती है मेरी आँखें
बस तेरा दीदार करना
हर नज़ारे में दिखे
हर वक़्त तेरा ही नज़ारा
इनके पीछे पीछे भागे
मेरे मन का बंजारा
देख के तेरी आँखें
मैं भूला जग सारा
इनके पीछे पीछे भागे
मेरे मन का बंजारा
देख के तेरी आँखें
मैं भूला जग सारा
इनके पीछे पीछे भागे
मेरे मन का बंजारा
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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