Roshni

Gulzar

जाट के पई डाल पे पतझड़ भेजे कोई प्रीत पके ना धूप से कैसे कुंदन होये रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी घर जला लिया है रे घर जला लिया है हाय घर जला लिया है घर जला लिया है घर जला लिया है घर जला लिया है चुल्ला चौखट चोह्दा चुल्ला चौखट चोह्दा सब उठा दिया है हाय घर जला लिया है घर जला लिया है घर जला लिया है घर जला लिया है जाट की भी डाल पे जब झोका आया जाट की भी डाल पे जाट की भी डाल पे जब झोका आया पतझड़ ने ना जात दी पतझड़ ने ना जात दी जो उड़ा दिया हैं रे जो उड़ा दिया हैं रे घर जला लिया है घर जला लिया है घर जला लिया है घर जला लिया है रात ओर दिन की टोकरी जो अभी की सर से हो ओ रात ओर दिन की टोकरी जो अभी की सर से उघड़ा उघड़ा आसमान उघड़ा उघड़ा आसमान उघड़ा उघड़ा आसमान अब हटा दिया है रे अब हटा दिया है रे घर जला लिया है घर जला लिया है रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी रोशनी घर जला लिया है हाय चुल्ला चौखट चोह्दा सब उठा दिया है रे घर जला लिया है घर जला लिया है पतझड़ ने ना जात दी पतझड़ ने ना जात दी जो उड़ा दिया हैं उघड़ा उघड़ा आसमान अब हटा दिया है घर जला लिया है

Written by: Gulzar, PalashLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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