Ek Ladki
Dikshant, Gravero
एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से
कोई आगे ना पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
Aunty वेट बगारो है क्या
दिल ही दिल में जली जाती है
बिगड़ी-बिगड़ी चली आती है
बलखाती हुई, इठलाती हुई
सावन की सूनी रात में
मिली इक अजनबी से
कोई आगे ना पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
तन भीगा है, सर गीला है
उस का कोई पेंच भी ढीला है
तनती झुकती, चलती रुकती
निकली अंधेरी रात में
मिली इक अजनबी से
कोई आगे ना पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
एक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों में जागी सी
मिली एक अजनबी से
कोई आगे ना पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
Aunty वेट पे गवारो है क्या
Written by: Majrooh Sultanpuri, S. D BurmanLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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