Yeh Kaisi Dillagi Hai
Geeta Dutt
ये कैसी दिल्लगी है
ये कैसी दिल्लगी है
कहा का प्यार है
कुछ ऐतबार भी नहीं
कुछ एतबार है
ये कैसी दिल्लगी है
आँखों के सामने है
आँखों के सामने है
मगर फिर भी दूर है
मगर फिर भी दूर है
आँखों के सामने है
आँखों के सामने है
मगर फिर भी दूर है
मगर फिर भी दूर है
वो आ चुके है फिर भी
वो आ चुके है फिर भी
हमें इंतज़ार है
कुछ ऐतबार भी नहीं
कुछ एतबार है
ये कैसी दिल्लगी है
वो दिल पे हाथ रख के
वो दिल पे हाथ रख के
ज़रा खुद ही जान ले
ज़रा खुद ही जान ले
वो दिल पे हाथ रख के
वो दिल पे हाथ रख के
ज़रा खुद ही जान ले
ज़रा खुद ही जान ले
कह न सकेंगे होठ
कह न सकेंगे होठ
हमे उनसे प्यार है
कुछ ऐतबार भी नहीं
कुछ एतबार है
ये कैसी दिल्लगी है
सब कुछ समझ के कुछ भी
सब कुछ तो क्या करूँ
समझे तो क्या करूँ
सब कुछ समझ के कुछ भी
सब कुछ समझ के कुछ भी
न समझे तो क्या करूँ
समझे तो क्या करूँ
वो देख तो रहे है
वो देख तो रहे है
कोई बेक़रार है
कुछ ऐतबार भी नहीं
कुछ एतबार है
ये कैसी दिल्लगी है
ये कैसी दिल्लगी है
कहा का प्यार है
कुछ ऐतबार भी नहीं
कुछ एतबार है
ये कैसी दिल्लगी है
Written by: BHAGATRAM, HUSNALAL HUSNALAL, Husnalal-Bhagatram, Rajinder KrishnanLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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