Kya Isi Ka Naam Hai Preet

Geeta Dutt, Binapani Mukherjee

मेरी आँखे मेरी आँखे चम चम चमक उठे होठों पर जागे गीत रे होठों पर जागे गीत रे क्या इसी का नाम है प्रीत रे प्रीत रे क्या इसी का नाम है प्रीत रे प्रीत रे महकी हुयी फूलो की गली थी एक भौरा था एक काली थी महकी हुयी फूलो की गली थी एक भौरा था एक काली थी काली भौरे से मिलने चली थी होठों पे लिए संगीत रे हा गीत रे क्या इसी का नाम है प्रीत रे प्रीत रे बोली काली बोली काली अंगड़ाई लेकर कच्ची कली को तोड़ न लेना तोड़ न लेना भौरा हाथ बढ़ा कर बोला हाथ पकड़ कर छोड़ न देना छोड़ न देना भौरे की हो गयी जीत रे हा जीत रे क्या इसी का नाम है प्रीत रे प्रीत रे काली ने कहा तेरे पाइया पदु मेरी नाजुक कलाई को छोड़ दे भौरे ने कहा तुझे मेरी कसम हाय दिल को दिलसे जोड़ दे फिर क्या हुआ फिर क्या हुआ ये पूछो न ये नहीं यहाँ की रीत रे हा रीत रे क्या इसी का नाम है प्रीत रे प्रीत रे क्या इसी का नाम है प्रीत रे प्रीत रे

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store