Kante Banegi Kaliyan

Geeta Dutt, Mohammed Rafi

अंधेरे से ना डर तरो की महफ़िल ढूँडने वेल ना घबरा रह के काँटों से मंज़िल ढूँडने वाले काँटे बनेंगे कालिया काँटे बनेंगे कालिया काँटों से खेलता जा काँटों से खेलता जा मिल जाएगा किनारा तूफान झेलता जा तूफान झेलता जा छोटी सी एक ठोकर तुझको डरा रही है सुन तो यही कही से आवाज़ आ रही है काँटे बनेंगे कालिया काँटों से खेलता जा मिल जाएगा किनारा तूफान झेलता जा तूफान झेलता जा खुशियो की आरज़ू कर गुम भी गले लगले दिल के हुए है टुकड़े फिर भी तू मुस्कूरले काँटे बनेंगे कालिया काँटों से खेलता जा मिल जायगा किनारा तूफान झेलता जा तूफान झेलता जा हारे हुए सिपाही दुनिया से दर ना जाना एक रोज़ होगा तेरी ठोकर में ये ज़माना काँटे बनेंगे कालिया काँटे बनेंगे कालिया काँटों से खेलता जा काँटों से खेलता जा मिल जाएगा किनारा तूफान झेलता जा तूफान झेलता जा

Written by: Husnalal-Bhagatram, Rajinder KrishnanLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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