Yun Zindagi Ki

Chitra Singh

क्यों ज़िन्दगी की राह में क्यों ज़िन्दगी की राह में इतने हुए करीब के हम दूर हो गए क्यों ज़िन्दगी की राह में मजबूर हो गए इतने हुए करीब के हम दूर हो गए क्यों ज़िन्दगी की राह में मजबूर हो गए ऐसा नहीं कि हमको कोई भी ख़ुशी नहीं लेकिन यह जिंदगी तोह कोई जिंदगी नहीं ऐसा नहीं कि हमको कोई भी ख़ुशी नहीं लेकिन यह जिंदगी तोह कोई जिंदगी नहीं क्यों इसके फ़ैसले हमें मंज़ूर हो गए इतने हुए करीब के हम दूर हो गए क्यों ज़िन्दगी की राह में मजबूर हो गए पाया तुम्हे तोह हमको लगा हम दिल पे रोए और यह दिल हम पे रो दिया पाया तुम्हे तोह हमको लगा हम दिल पे रोए और यह दिल हम पे रो दिया पलकों से ख़्वाब क्यों गिरे इतने हुए करीब के हम दूर हो गए क्यों ज़िन्दगी की राह में इतने हुए करीब के हम दूर हो गए क्यों ज़िन्दगी की राह में इतने हुए करीब के हम दूर हो गए क्यों ज़िन्दगी की राह में

Written by: Akhtar Javed, Kuldeep SinghLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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