बोल के लब आज़ाद है तेरे
बोल जुबां अब तक तेरी है
तेरा सुतवां जिस्म है तेरा
बोल के जान अब तक तेरी है
भीड़ में अकेला खड़ा
या खुद में ही है लापता
में कौन हूँ मुझे न बता
ये मेरा मन भी जाने न माने न
तबियत खराब
बेतुके ख्यालों में बहके हिसाब
माने ना, जाने ना
ले गया मुझे भी साथ, बानी न बात, खाली इस पेट पे पड़ी जो लात,
पड़ी जो लात
माने ना, जाने ना
माने ना, जाने ना
केह्दे, की अब आज़ाद है तू , कह दो ज़ुबान ये तेरी
खो कर भी खो न पाए , कह कर कहाँ ना जाये
कह दो ये वक़्त में कमज़ोरी
भाग
जैसे पूछने वाला कोई नहीं
भाग
वैसे कायरों की कमी नहीं
भाग
एक ही थी करनी गुज़ारिश
जाना जहाँ वहां पीछे मुड़के न देखना
झूठे फ़साने बनके खुद को दे न देगा
बोला था मनसे ही जब
मन में ये दिल न हो तब तक
होते ये रिश्ते गलत अब
माने ना जाने ना
माने ना जाने ना
कह दे की अब, आज़ाद हैं तू
केहदो जुबां ये तेरी
खो कर भी खो न पाए
कह कर कहाँ न जाये
कह दो ये वक़्त में कमज़ोरी ई ई
आआआआआ
मन मौजी फिरे गली गली
क्या खोया क्या पाया
किस नगरी पे तू ले आया
काफिर सोचे बस अपनी
जाने ना
जाने ना आआआ ,
माने ना आआआ
जाने ना माने ना
जाने ना माने ना
जाने ना माने ना
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now