Kari Kari Kari Andhiyari Thi Raat

सी रामचंद्रा, Asha Bhosle

कारी कारी अंधियारी थी रात एक दिन की बात जब सघन गगन से घाना न न न न न न गरज उठी सावन की घटा घूंघट में छुपा कर चपल चपल बिजली की छटा एक नार करके सिंगार एक नार तीखी तलवार या थी वो कतार कर के सिंगार चलि उसपर जहां थे उसके किसान मुरार छमक छम छम झमक झूम झूम छमक छम छम हो ो कारी कारी कारी अंधियारी थी रात एक दिन की बात जब सघन गगन से घाना न न न न न न गरज उठी गरज उठी सावन की घटा घूंघट में छुपा कर चपल चपल बिजली की छटा एक नार करके सिंगार एक नार एक नार तीखी तलवार या थी वो कतार कर के सिंगार चली उसपार जहां थे उसके किसान मुरार छमक छम छम झमक झुँ झुँ छमक छम छम सननं सननं पवन चले झना न झना न झांझर बोले अमृत घोले दिल ने डोले कामिनिया चले हौले हौले नयन झुके पग न रुके बेला मिलान की न ठाले अचारा ढाले अचारा ढाले दीपक जले पिया मिलन गोरी चले छम छम छम छमक छमक रुमझुम झूम झमक झमक छम छम छम छमक छमक सनन सनन पवन चले पवन चले झना न झना न झांझर बोले झांझर बोले अमृत घोले दिल ने डोले कामिनिया चले हौले हौले हौले हौले हो ओ ओ ओ नयन झुके पग न रुके बेला मिलान की न टले ऐ ऐ अचारा ढाले अचारा वाले दीपक जले पिया मिलन गोरी चले छम छम छम छमक छमक रुमझुम झूम झनक झनक छम छम छम छमक छमक ज़ोर गिरे बरसात उठे घन घोर घटा करे शोर पपीहा पि है कहाँ मेरा पि है कहाँ काहे गोरी के प्राणों का प्राण पपीहा तन में लगन लगी मन में अगन जागी बांध किये दो नैना उभारे प्यार पुकारे सो प्रीत इनारे चली है वो साँसों की डोर सहारे छुम छका छक झुम झाका झाक छुम छका छक झुम झाका झाक ज़ोर गिरे बरसात उठे घनघोर घटा करे शोर पपीहा जोर गिरे बरसात उठे घनघोर घटा करे शोर पपीहा पि है कहाँ आ मेरा पि है कहाँ आ पि है कहाँ मेरा पि है कहाँ काहे गोरी के प्राणों का प्राण पपीहा तन में लगन लगी मन में अगन जागी बांध किये दो नैना उभारे प्यार पुकारे ऐ सो प्रीत किनारे ऐ प्यार पुकारे सो प्रीत किनारे चली है वो साँसों की डोर सहारे डोर सहारे छुम छका छक झुम झाका झाक छुम छका छक झुम झाका झाक नदिया पहाड़ कर पार गोरी नजर आयी प्रीतम के द्वार अभिसार करने बहियों में बाँध अपने प्रीतम की साध लगी प्राणों में अमृत सा प्यार भरने हो ओ ओ ओ ओ नदिया पहाड़ कर पार गोरी नजर आयी प्रीतम के द्वार अभिसार करने बहियों में बाँध अपने प्रीतम की साध लगी प्राणों में अमृत का प्यार भरने होये प्यार भरने नैनो से नयन अधरों से अधर हो ओ ओ ओ ओ नैनो से नयन अधरों से अधर ह्रदय से ह्रदय जुड़े आज जुगल हो ओ ओ ओ ओ ह्रदय से ह्रदय जुड़े आज जुगल है ये जोड़ी अमर है ये जोड़ी अमर है ये प्रीत अमर है ये प्रीत अमर संगीत अमर संगीत अमर है ये गीत अमर है ये गीत अमर आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ अवरंग रंग से रंग उड़ा आ आ आ आ और उड़ा रंगीला पवन आ आ आ आ देख लो आ आ आ इंद्रधनुष खींच गया आ आ आ आ गगन धरती का देख के मिलान आ आ आ आ गगन धरती का देख के मिलान गगन धरती का देख के मिलान

Written by: Bharat Vyas, C RamchandraLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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