Ajnabi Mujhko Itna Bata
Udit Narayan, Asha Bhosle
पता है शेखर इंसान को तकलीफ कब होती है
जब वो कोई सपना देखता है और वो पूरा नहीं होता
इसलिए मैंने सोच लिया है की आज के बाद कोई सपना ही नहीं देखूंगी
बस हार गयी अपनी आँखे बंद करो संजना
बंद आँखों से इंसान सिर्फ सपना ही नहीं
कभी कभी उस हकीकत को भी देख लेता है
जिसे खुली आँखे कभी नहीं देख पाती
आँखे बंद करो संजना
अजनबी मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यों परेशान है
देख के तुझको ऐसा लगे
जैसे बरसों की पहचान है
कितनी भोली है तू कितनी नादान है
दिल की बातों से अंजान है
अजनबी मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यों परेशान है
देख के तुझको ऐसा लगे
जैसे बरसों की पहचान है
ओ कितनी भोली है तू कितनी नादान है
दिल की बातों से अंजान है
अजनबी मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यों परेशान है
क्या सोचता हूँ मैं क्या चाहता हूँ
है मुश्किल तुझे वो बताना
मैने सुना है की मुश्किल बड़ा है
दबी चाहतों को छुपाना
हे क्या सोचता हूँ मैं क्या चाहता हूँ
है मुश्किल तुझे वो बताना
ओ मैने सुना है की मुश्किल बड़ा है
दबी चाहतों को छुपाना
राज़ तेरे सभी खोल देगी अभी
इन लबों पे जो मुस्कान है
अजनबी मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यों परेशान है
कैसे बताऊँ मेरी धड़कनों को
बनाया है किसने दीवाना
बेगाने को अपना कहने लगी मैं
बना मेरा अपना बेगाना
हा हा कैसे बताऊँ मेरी धड़कनों को
बनाया है किसने दीवाना
ओ बेगाने को अपना कहने लगी मैं
बना मेरा अपना बेगाना
प्यार की हर घड़ी मुशकिलों की लड़ी
ये न समझो ये आसान है
अजनबी मुझको इतना बता
दिल मेरा क्यों परेशान है
देख के तुझको ऐसा लगे
जैसे बरसों की पहचान है
कितनी भोली है तू कितनी नादान है
दिल की बातों से अंजान है
अजनबी मुझको इतना बता
ला ला ला ला ला ला हम्म हम्म हम्म
Written by: JATIN PANDIT, LALITRAJ PANDIT, SAMEER ANJAANLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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