सौ बार तू रूठा मुझसे
हर बार मनाया मैंने
मैं पहली दफा नाराज सी हूँ
एक बार मनाने आ जाना
तू आ जाना तू आ जाना
तू आ जाना तू आ जाना
तू आ जाना मेरे यार
तू आ जाना तू आ जाना
मैं गलत नहीं हूँ फिर भी
हर बार मनाता हूँ
मेरा इश्क रूहानी तुमसे
ना खोना चाहता हूँ
मैं पहली दफा नाराज सा हूँ
एक बार मनाने आ जाना
तू आ जाना तू आ जाना
तू आ जाना तू आ जाना
आ
इक तेरे सिवा इस दिल का
कोई हकदार नहीं है
मेरी आँख से आँख मिलाके
कहदे तुझे प्यार नहीं है
मैं पहली दफा नाराज सा हूँ
एक बार मनाने आ जाना
तू आ जाना तू आ जाना
तू आ जाना तू आ जाना
तू आ जाना मेरे यार
तू आ जाना तू आ जाना
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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