Aankhein Thik Hai

Amrita Singh, Amitabh Bachchan

कहीं मेरी ऑंखें ख़राब तो नहीं हो गयी आँखें ठीक हे या नहीं अभी पता चल जाता हे कितनी उँगलियाँ हे एक और ये ३ तुम्हारी ऑंखें बिलकुल ठीक हे तो फिर मेरा दिमाग ख़राब होगा ऐसा कहते जब आदमी का दिमाग खराब होने लगता हे सबसे पहले उसका पागलपन उस्की आँखों में दिखने लगता हे जरा मेरी आँखों में आंखे डाल के देखो कहीं ऐसा तो नहीं तुम तो नहीं पर अगर में ऐसे देखती रही तो में पागल हो जाउंगी इसी बात से ख्याल आया चलो कोई पगलपन करते हे यहाँ बैठे बैठे bore हो गए हे चल के कोई पिक्चर देखेंगे उसके बाद जाकर कहीं खाना खाएंगे तुम्हारा दिल भी बहल जायेगा कहाँ चलो न please कहाँ ok

Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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