Sham Ko Milna Hai

Amit Kumar

ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ शाम को मिलना है होटल में एक लड़की से यारो मुझे आज बचा लो पैसो की कड़की से ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ किया इसरा रे उसने भी खिड़की से यारो मुझे बस आज बचा लो पैसो की कड़की से ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ तिरछी तिरछी बाकी की नेज़र से उसने मुझ को देखा उसकी मेरी मिल गयी देखो किस्मत की रेखा तिरछी तिरछी बाकी की नेज़र से उसने मुझ को देखा उसकी मेरी मिल गयी देखो किस्मत की रेखा तुम चाहो तो जूम स्क्ति हैं मेरी उसकी जोड़ी अरे दुलहा बन के चढ़ सकता हू मैं भी कोई घोड़ी ओ ओ ओ ओ किया इसरा रे उसने भी खिड़की से यारो मुझे बस आज बचा लो पैसो की कड़की से शाम को मिलना है होटल मे एक लड़की से यारो मुझे आज बचा लो पैसो की कड़की से ओ ओ ओ ओ कब्से कितना दाना डाला तब मुर्गी पट्टी है वरना कुकड़ू कुकड़ू करते करते राते मेरी कटी है कब्से कितना दाना डाला तब मुर्गी पट्टी है वरना कुकड़ू कुकड़ू करते करते राते मेरी कटी है हाए बड़ी मुस्किल से मिली है मुझ को ये आमानत फस गया जो लफदे मे तो देना तुम जेमनत ओ ओ ओ ओ किया इशारा रे उसने भी खिड़की से यारो मुझे बस आज बचा लो पैसो की कड़की से शाम को मिलना है होटल मे एक लड़की से यारो मुझे आज बचा लो पैसो की कड़की से उसको लाकर जौगा जब फाइव स्तर कोई होटल खाने पीने मे होगा फिर सोचो कितना टोटल उसको लाकर जौगा जब फाइव स्तर कोई होटल खाने पीने मे होगा फिर सोचो कितना टोटल बिल के आते ही फिर आए गी बड़ी क्यमत यार तुम जो साथ ना दो तोहॉगी फिर मेरी हाज़मत ओ ओ ओ ओ बात मेरी सुन लो कुछ देदो जल्दी से यारो मुझे आज बचा लो पैसों की कड़की से किया इसरा रे उसने भी खिड़की से यारो मुझे बस आज बचा लो पैसों की कड़की से ओ ओ ओ ओ ओ

Written by: Dheeraj Kumar, Shailey ShailendraLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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