Hua Hain Aaj Pehli Baar
अमल मल्लिक, Armaan Malik, पलक मुच्छल
हुआ है आज पेहली बार
जो ऐसे मुस्कुराया हूँ
तुम्हे देखा तो जाना ये
के क्यूँ दुनिया में आया हूँ
हुआ है आज पेहली बार
जो ऐसे मुस्कुराया हूँ
तुम्हे देखा तो जाना ये
के क्यूँ दुनिया में आया हूँ
ये जान लेकर के जा मेरी
तुम्हे जीने मैं आया हूँ
मैं तुमसे इश्क़ करने की
इजाज़त रब्ब से लाया हूँ
आ आ आ आ ओ ओ ओ ला ला
ज़मीं से आसमां तक हम
ढूंढ आये जहाँ सारा
बना पाया नहीं अब तक
ख़ुदा तुमसे कोई प्यारा
ज़मीं से आसमां तक हम
ढूंढ आये जहाँ सारा
बना पाया नहीं अब तक
ख़ुदा तुमसे कोई प्यारा
बातों में तेरी हैं बदमाशियाँ
सब बेवजह की हैं तारीफियां
मैं लिख दूँ आसमान पर ये
के पढ़ लेगा जहाँ सारा
हुआ न होगा अब कोई
यहाँ हम दो सा दोबारा
मैं दुनिया भर की तारीफें
तेरे सजदे में लाया हूँ
मैं तुमसे इश्क़ करने की
इजाज़त रब्ब से लाया हूँ
रब्ब से लाया हूँ रब्ब से लाया हूँ
उ उ ओ ओ ओ
तू है जो रुबरु मेरे
बड़ा मेहफ़ूज़ रेहता हूँ
तेरे मिलने का शुक्राना
खुदा से रोज करता हूँ
उ तू है जो रुबरु मेरे
बड़ा मेहफ़ूज़ रेहता हूँ
तेरे मिलने का शुक्राना
खुदा से रोज करता हूँ
हमको पता है ये नादानियाँ हैं
आवारा दिल की है आवरियाँ
ये दिल पागल बना बैठा
इसे अब तू ही समझा दे
दिखे तुझमे मेरी दुनिया
मेरी दुनिया तू बंजा रे
हूँ ख़ुशक़िस्मत जो किस्मत से
तुम्हे ऐसे में पाया हूँ
मैं तुमसे इश्क़ करने की
इजाज़त रब्ब से लाया हूँ
Written by: AMAL ISRAR MALLIK, MANOJ YADAVLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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