हु हु हु हु
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दू
इस चाहत पे साँसे भी वार दू
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दू
इस चाहत पे साँसे भी वार दू
बाहों में सोना यार है बेचैनी में करार है
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दू
इस चाहत पे सासें भी वार दू
ओ ओ ओ ओ
ओ ओ ओ ओ
ये तन्हाई ले लू तेरी
तुझपे लूटा दू हर कुशी
तू ना जाने तू ना समझे
तुझसे है मेरी ज़िंदगी
मेरा कितने करीब है तू तो मेरा नसीब है
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दू
इस चाहत पे सासें भी वार दू
आ आ
आ आ
माना के है मुश्किल लेकिन
आसान हो जाएगा सफ़र
धीरे धीरे तुझपे होगा
मेरी वफ़ा का असर
मुझको तो ऐतबार है कहता दिल बार बार है
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे
आ मेरे सनम तुझको मैं प्यार दू
इस चाहत पे सासें भी वार दू
बाहों में सोना यार है बेचैनी में करार है
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे (आ आ)
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे (आ आ)
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे (आ आ आ आ)
इश्क़ दावा है सारे ग़म की
इसमे खुश्बू हर मौसम की रे (आ आ)
Written by: JATIN LALIT, SAMEERLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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