Mere Naam Tu
अभय जोध्पुरकर
वो रंग भी क्या रंग है
मिलता ना जो तेरे होठ के रंग से हुबहू
वो खुशबू क्या खुशबू
ठहरे ना जो तेरी सांवरी जुल्फ के रूबरू
तेरे आगे ये दुनिया है फीकी सी
मेरे बिन तू ना होगी किसी की भी
अब ये ज़ाहिर सरेआम है ऐलान है
जब तक जहाँ में सुबह शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में सुबह शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू
उलझन भी हूँ तेरी
उलझन का हल भी हूँ मैं
थोड़ा सा जिद्दी हूँ
थोड़ा पागल भी हूँ मैं
बरखा बिजली बादल झूठे झूठी
फूलों की सौगातें
सच्ची तू है सच्चा मैं हूँ
सच्ची अपने दिल की बातें
दस्तख़त हाथों से हाथों पे कर दे तू
ना कर आँखों पे पलकों के परदे तू
क्या ये इतना बड़ा काम है
ऐलान है
जब तक जहाँ में सुबह शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में सुबह शाम है
तब तक मेरे नाम तू
जब तक जहाँ में मेरा नाम है
तब तक मेरे नाम तू
मेरे ही घेरे में घूमेगी हर पल तू ऐसे
सूरज के घेरे में रहती है धरती ये जैसे
पाएगी तू खुदको ना मुझसे जुदा
तू है मेरा आधा सा हिस्सा सदा
टुकड़े कर चाहे खाबों के तू मेरे
टूटेंगे भी तू रहने हैं वो तेरे
तुझको भी तो ये इल्हाम है
ऐलान है
(?)
Written by: AJAY GOGAVALE, ATUL GOGAVALE, IRSHAD KAMILLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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