Seene Mein Aag Bhadakti Hai

सुरैया, Mohammed Rafi

सीने में आग भड़कती है आँखों से पानी बहता है कुछ ऐसी चोट लगी दिल पर दिल रो रो कर ये कहता है ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर दिल तोड़ के मन का मीत गया हम हार गये गम जीत गया खुसियो का ज़माना बीत गया खुसियो का ज़माना याद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर क्यों रोते हैं दो दीवाने बेदर्द ज़माना क्या जाने बेदर्द ज़माने से ए दिल उम्मीद ना रख फरियाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर पहले तो क़ाफास में क़ैद किया सैय्याद ने फिर ये हुक़म दिया होंठों को सी अश्को को पी आँसू ना बहा फरियाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर

Written by: Husnalal-Bhagatram, Sarshar SailaniLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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