Raahi Matwale

सुरैया, तालात महमूद

राही मतवाले तू छेड़ इक बार मन का सितार जाने कब चोरी चोरी आई है बहार छेड़ मन का सितार राही मतवाले तू छेड़ इक बार मन का सितार जाने कब चोरी (जाने कब चोरी) चोरी आई है बहार (चोरी आई है बहार) छेड़ मन का सितार (छेड़ मन का सितार) राही मतवाले देख देख चकोरि का मन हुआ चचल चंदा के मुखड़े पे बदली का आँचल देख देख चकोरि का मन हुआ चचल चंदा के मुखड़े पे बदली का आँचल कभी छुपे कभी खिले रूप का निखार खिले रूप का निखार राही मतवाले कली कली चुम के पावन कहे खील जा आ आ आ आ आ कली कली चुम के खिली कली भँवरे से काहे आ के मिल जा आ पीया मिला जा काली काली चुम के दिल ने सुनी कही दिल की पुकार दिल ने सुनी कही दिल की पुकार कही दिल की पुकार राही मतवाले तू छेड़ इक बार मन का सितार जाने कब चोरी (जाने कब चोरी) चोरी आई है बहार (चोरी आई है बहार) छेड़ मन का सितार (छेड़ मन का सितार) राही मतवाले रात बनी दुल्हन भीगी हुई पलकें भीनी भीनी खुशबु से सागर छलक रात बनी दुल्हन भीगी हुई पलकें भीनी भीनी खुशबु से सागर छलक ऐसे में नैना से नैना हो चार (नैना हो चार) ज़रा नैना हो चार (ज़रा नैना हो चार) राही मतवाले तू छेड़ इक बार मन का सितार जाने कब चोरी (जाने कब चोरी) चोरी आई है बहार (चोरी आई है बहार) छेड़ मन का सितार (छेड़ मन का सितार) राही मतवाले

Written by: Anil Biswas, Qamar JalalabadiLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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