Hum Tum
Prakriti Kakar, Sukriti Kakar
माहिया ना ना ना
यादों में तू है हन बस तू ही
कैसे यह जादू किया
हूँ मैं अधूरी तू ही ज़रूरी
बिन तेरे लागे ना जिया
नशा सा तेरी आखों में बातों में
तू जीने की वजह
मज़ा ना इन सूनी सूनी रातों में
आजा ना यून ना तडपा
तुम हम और हम तुम
हो जाए कहीं गुम्म माहिया
मैं तेरे बिना गुमसूँ
ना जाने तूने ऐसा क्या किया
तुम हम और हम तुम
हो जाए कहीं गुम्म माहिया गुम्म हो माहिया
मैं तेरे बिना गुमसूँ
ना जाने तूने ऐसा क्या किया ओ हो उ
जाऊ न कभी तुझे छोड़ कर सजना
एक पल के लिए भी दूर लिए भी दूर
तेरे साथ मुझे है चलना
जहाँ जहाँ ले जाए तू
मैं खोई खोई हूँ
ना सोई सोई हूँ
जबसे तू है मिला
छुपा कहाँ था तू
ज़रा बता दे तू
तुझपे रहूं मैं फिदा
नशा सा तेरी आखों में बातों में
तू जीने की वजह
मज़ा ना इन सूनी सूनी रातों में
आजा ना यून ना तडपा
तुम हम और हम तुम
हो जाए कहीं गुम्म माहिया
मैं तेरे बिना गुमसूँ
ना जाने तूने ऐसा क्या किया
तुम हम और हम तुम
हो जाए कहीं गुम्म माहिया ओ माहिया
मैं तेरे बिना गुमसूँ
ना जाने तूने ऐसा क्या किया
Written by: AMAN SARDANA, PRAKRITI KAKAR, PRAYAG MEHTA, SUKRITI KAKARLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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