Live Out Loud
Suzanne D'mello, Shreya Ghoshal
We Live Out Loud, We Live Out Loud
कभी तू तीखी तीखी सी कभी तू मीठी मीठी सी
कभी हो चटपट, कभी तेज नदी की लहरो सी
क्या है क्या है तू क्या है
कहदे कहदे ना तू क्या है
कैसा कन्फ्यूषन ये उलझन है कैसी
थोड़ी सी सीलबली थोड़ी अलबेली
पुछले तू पहेली हूँ मैं
मस्त हवाए है जिसकी
पहेली पुछले तू पहेली हूँ मैं
Lol Live Out Loud, Lol Live Out Loud
आती जाती सांसो मे जागी जागी इक ले सी है
कल तक तू सबके जैसी थी आज तू अपने जैसी है
तेरे पीछे है दुनिया तू ये जाने या ना जाने
रंग हवा का सब है तेरे ही दीवाना
कभी तू रेडी रेडी सी, कभी तू सोनी सोनी सी
कभी चंक दमक, कभी नमक नमक
कभी चाहत जागती परियो सी
क्या है क्या है तू क्या है,
कहदे कहदे ना तू क्या है
कैसा कन्फ्यूषन ये उलझन है कैसी
तारो से भारी भारी हथेली
मेरी पुछले तू पहेली हूँ मई
हर पल नयी सी हू मैं नयी
नवेली पुछले तू पहेली हू मैं
एक लड़की थी जिसका दिल खुशियो से ऐसे डरता था
सिंपल सी बतो के गीत धक धक करता था
ढुंढ़ो ज़रा ढुंढ़ो तो वो लड़की गयी कीदार
आँखे क्या पढ़ ली ये दुनिया गयी बदल
कभी तू शाइ शाइ सी, कभी तू ही फ़ि सी
कभी दूर तू, कभी पास पास
कभी लगती है सबसे खास
क्या है क्या है तू क्या है
कहदे कहदे ना तू क्या है
कैसा कन्फ्यूषन ये उलझन है कैसी
हाथ ना अओ कभी ऐसी हामझोली
पुछले तू पहेली हू मई
सबसे हू मिलती जुलती सबमे
अकेली पुछले तू पहेली हूँ मैं
कभी तू तीखी तीखी सी
कभी तू मीठी मीठी सी
कभी हो चटपट,
कभी तेज नदी की लहरो सी
Lol Live Out Loud, Lol Live Out Loud
Written by: MANOJ MUNTASHIR, MEET BROS ANJJANLyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now