Aaya Holi Ka Teohar

शमशाद बेगम, Laxmikant Pyarelal, Mohammed Rafi

आया होली का त्योहार लेके रंगो की बाहर चली पनघट को एक मतवाली रास्ते मे किसी ने रंग डाली रास्ते मे किसी ने रंग डाली आया होली का त्योहार लेके रंगो की बाहर चला खेतो को एक मतवाला रास्ते मे किसी ने रंग डाला रास्ते मे किसी ने रंग डाला घरवाले पूछे गयी क्यू अकेली जग वाले छेड़े कहा रंग खेली मेरा क्या बतादूँगी मेरा हाल ये किसने किया हो लोग मगर कुछ ओर ना समझे हो लोग मगर कुछ ओर ना समझे नाम किसी का लेते तेरा मुझदा जो सरमाया आया होली का त्योहार लेके रंगो की बाहर चला खेतो को एक मतवाला रास्ते मे किसी ने रंग डाला रास्ते मे किसी ने रंग डाला कहा जाती हो गोरी बहाना करके छोड़ो गे क्या दीवाना करके बोलो छोड़ो गे क्या दीवाना करके मेरी चुनरी कहे भिगोई इस जुल्मी से पूछो रे कोई मेरी चुनरी कहे भिगोई इस जुल्मी से पूछो रे कोई जुल्मी से पूछो रे कोई जुल्मी से पूछो नखरा अब के में क्यू रोई इस जुल्मी से पूछो रे कोई हो दोनो का है दोष बराबर दोनो का है दोष बराबर हमने रंग लगाया तूने दिल का रोग लगाया आया होली का त्योहार लेके रंगो की बाहर चली पनघट को एक मतवाली रास्ते मे किसी ने रंग डाली रास्ते मे किसी ने रंग डाली ना घबरा रंग है कचा छूट जाएगा ना सर्मा वरना ये दिल टूट जाएगा रंगना है तो बेदर्दी मुझे प्यार का रंग लगा प्यार से पहले सोच संझले प्यार से पहले सोच संझले बस मे जिसने सोचा वो बहुत पछताया आया होली का त्योहार लेके रंगो की बाहर चला खेतो को एक मतवाला रास्ते मे किसी ने रंग डाला रास्ते मे किसी ने रंग डाला रास्ते मे किसी ने रंग डाली रास्ते मे किसी ने रंग डाली

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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